सुंदरकाण्ड मूलतः वाल्मीकि कृत रामायण का एक भाग (काण्ड या सोपान) है। गोस्वामी तुलसीदास कृत श्री राम चरित मानस तथा अन्य भाषाओं के रामायण में भी सुन्दरकाण्ड उपस्थित है। सुन्दरकाण्ड…
अथर्ववेद संहिता हिन्दू धर्म के पवित्रतम वेदों में से चौथे वेद अथर्ववेद की संहिता अर्थात् मन्त्र भाग है। इस वेद को ब्रह्मवेद भी कहते हैं। इसमें देवताओं की स्तुति के…
सामवेद गीत-संगीत प्रधान है। प्राचीन आर्यों द्वारा साम-गान किया जाता था। सामवेद चारों वेदों में आकार की दृष्टि से सबसे छोटा है और इसके १८७५ मन्त्रों मे से ९९ को…
यजुर्वेद हिन्दू धर्म का एक महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ और चार वेदों में से एक है। इसमें यज्ञ की असल प्रक्रिया के लिये गद्य और पद्य मन्त्र हैं। ये हिन्दू धर्म…
ऋग्वेद सनातन धर्म और सम्पूर्ण विश्व का सबसे प्राचीन ग्रन्थ है जो उपलब्ध है। इसमें १० मण्डल, १०२८ सूक्त और वर्तमान में १०, ४६२ मन्त्र हैं, मन्त्र संख्या के विषय…
संतोषी माता की शुक्रवार व्रत कथा (Santoshi Mata Vrat Katha) प्राचीन काल की बात है, किसी गांव में एक बुढ़िया रहती थी। उसके सात पुत्र थे। उनमें से छः पुत्र…
बृहस्पतिवार / गुरुवार व्रत कथा एवं पूजा विधि (Guruvar Vrat Katha Evam Puja Vidhi) गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति की पूजा करने से परिवार में सुख-शांति आती है। घर में धन-दौलत की…
मंगलवार व्रत- हिन्दु धर्म में मंगलवार का दिन हनुमानजी को समर्पित है। इस दिन व्रत रखने से हनुमानजी की असीम कृपा प्रापत होती है। मंगलवार व्रत की विधि- मंगलवार का…
शनि देव की आरती- जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी॥ जय.॥ श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी।नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥ जय.॥ क्रीट मुकुट…
शिवजी की आरती- कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारं |सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे भंव भवानी सहितं नमामि ॥जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा |ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…