इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा और पंचक दोंनों का साया रहेगा। ऐसे में आवश्यक है कि इस दिन शुभ मुहुर्त में ही आप अपने भाई को राखी बांंधें।
यहां हम आपको बतायेंगे कि रक्षा बंंधन पर राखी बांधने का शुभ समय कब से कब तक का होगा एवं भद्रा काल कब तक रहेगा।
शुभ मुहुर्त एवं रक्षाबंधन पूजन विधि
इस वर्ष भद्रा के कारण रक्षा बंधन पर सुबंह राखी बांधने का मुहुर्त नहीं रहेगा। इस वर्ष 19 अगस्त को आने वाले रक्षाबंंधन के दिन शुभ मुहूर्त दोपहर 2:07 से रात्रि 08:20 तक रहेगा. वहीं प्रदोष काल में शाम 06.57 से रात 09.10 तक राखी बांधना शुभ रहेगा.
जो लोग रक्षाबंधन का त्योहार सुबह के समय मनाते हैं इस बार वह सुबह से दोपहर 01.32 तक राखी नहीं बांध पाएंगे, इस दौरान भद्रा रहेगी.
अगर आप सावन सोमवार का व्रत रखते हैं और रक्षाबंधन के दिन यह व्रत रख रहे हैं तो बता दें कि इस व्रत में एक समय भोजन ग्रहण किया जाता है. इस साल राखी बांधने का शुभ मुहूर्त भी दोपहर 1 बजे के बाद शुरू होगा. ऐसे में आप राखी बांधने के बाद आप भोजन ग्रहण कर सकते हैं. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि यह भोजन बिना लहसुन-प्याज का होना चाहिए.
भद्रा काल
रक्षाबंधन पर भद्रा के प्रारंभ का समय सुबह में 5 बजकर 53 मिनट पर है, उसके बाद वह दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. इस भद्रा का वास पाताल लोक में है. रक्षाबंधन में राखी बांधने से पहले भद्रा काल पर जरुर विचार किया जाता है, क्योंकि ये अशुभ मानी गई है। पौराणिक कथा के अनुसार लंकापति रावण को उसकी बहन ने भद्रा काल में राखी बांधी थी और उसी साल प्रभु राम के हाथों रावण का वध हुआ था. इस कारण से भद्रा काल में कभी भी राखी नहीं बांधी जाती है.